मुंबई . 5600 करोड़ रुपये नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) स्कैम में नया मोड़ आ गया है. मामले में फाइनेंशियल टेक (एफटीआईएल) के प्रमोटर जिग्नेश शाह बुधवार को गिरफ्तार कर लिए गए. जिग्नेश को मुंबई पुलिस ने घंटों की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया.
मुंबई पुलिस के सूत्रों ने बताया, ‘हमने जिग्नेश शाह को एनएसईल स्कैम में उनके जुड़ाव के चलते गिरफ्तार किया है.’ जिग्नेश शाह पिछले साल जुलाई सुर्खियों में आए थे जब उनकी ग्रुप कंपनी एनएसईएल भुगतान-संकट में फंस गई थी और करीब 18 हजार निवेशकों को कथित रूप से लाखों रुपये का नुकसान हुआ था.
जिग्नेश शाह जनवरी 2001 से ही फाइनेंशियल टेक्नॉलॉजी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर थे और अभी ग्रुप चीफ एग्जीक्यूटिव हैं. जिग्नेश शाह की गिरफ्तारी के साथ मामले में कुल गिरफ्तारियों की संख्या सात हो गई है. पहली गिरफ्तारी पिछले साल अक्टूबर में स्पॉट एक्सचेंज के सीईओ अंजनि सिन्हा की हुई थी. वह फिलहाल जेल में ही हैं.
एनएसईएल के भुगतान संकट के बाद सेबी और एफएमसी ने जिग्नेश शाह और उनके सहयोगी जोसेफ मैसी को देश में कोई भी वित्त एक्सचेंज चलाने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था. जिग्नेश शाह एमसीएक्स स्टॉक एक्सचेंज के भी ग्रुप चीफ एग्जीक्यूटिव थे. नियामकों के मुताबिक, उनकी 26 पीसदी हिस्सेदारी अगले 90 दिनों में 2 फीसदी और फिर तीन साल में शून्य पर आ जाने वाली थी. शाह 1999 में अस्तित्व में आए एफटीआईएल के फाउंडर हैं.