नई दिल्ली। लुटियन जोन के दो वीआइपी बंगलों में इस समय हलचल देखने को मिल रही है। इनमें एक अपने दस साल के वाशिंदे को विदाई की तैयारी कर रहा है तो दूसरा नए आगंतुक की तैयारी में है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह यह घोषणा कर चुके हैं कि अगर 16 मई को चुनावी नतीजों के बाद फिर यूपीए की सरकार बनती है तब भी वह प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। इस घोषणा के बाद से ही 7,रेसकोर्स रोड से उनकी विदाई और नए ठिकाने की तलाश शुरू हो गई थी।
16 मई के बाद मनमोहन सिंह का नया ठिकाना 3, मोतीलाल नेहरू रोड स्थित भव्य बंगला होगा। प्रधानमंत्री कार्यालय का कहना है कि प्रधानमंत्री के नए ठिकाने की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज पचौरी ने बताया कि नया बंगला तकरीबन रहने के लिए तैयार किया जा चुका है। पीएमओ से नए निवास तक सामान पहुंचाने का काम चल रहा है।
बहुत सा सामान नए ठिकाने पर पहुंचाया जा चुका है और शेष प्रक्रिया में है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की पत्नी गुरशरण कौर ने नए बंगले का मुआयना भी कर लिया है। मुख्य प्रवेश द्वारा पर नई सुरक्षा चौकी स्थापित की गई है जबकि बागवानी कर्मी अंदर के लॉन को सुधारने में लगे हैं। प्रवेश द्वार के पास सुरक्षा केबिन लगाने का काम भी चल रहा है।
ऐसा नहीं है कि यह हलचल सिर्फ नए ठिकाने पर ही है। 7,आरसीआर भी इस समय प्रधानमंत्री के सामान की पैकिंग और व्यवस्था में लगा है। यहां बहुत सी किताबें और सैंकड़ों गिफ्ट हैं, जिनकी पैकिंग चल रही है। प्रधानमंत्री को उनके कार्यकाल के दौरान तमाम विदेशी प्रतिनिधियों समेत बहुत से लोगों ने तोहफे भेंट किए थे। सभी तोहफों को सूचीबद्ध किया गया है।
कुछ तोहफे प्रधानमंत्री अपने साथ नए ठिकाने पर ले जाएंगे और जो रह जाएंगे उन्हें ‘तोशाखाना’ में रखा जाएगा। प्रधानमंत्री का नया निवास टाइप 8 बंगला है, जिसे दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने खाली किया है। 2.5 एकड़ में फैला यह बंगला सीपीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आता है। इस चार बेडरूम वाले बंगले में एक बेहतरीन तरीके से सजा हुआ लॉन और प्रधानमंत्री की जरूरतों के अनुसार एक ऑफिस की जगह है। ब्रिटिश काल में तैयार इस बंगले की खूबसूरती को नए पेंट के जरिए और निखारा गया है।